यदि आपकी जन्मकुंली में बुध नीच स्थान में विराजमान है और इस वजह से आपको अपने जीवन में कष्ट झेलने पड़ रहे हैं तो इस समस्या के निवारण हेतु आपको पन्ना रत्न धारण करना चाहिए।
मान्यता है कि जिस घर में पन्ना रत्न होता है वहां पर कभी भी धन और अन्न की कमी नहीं रहती है। वो घर अन्न और धन से संपन्न होता है।
व्यापार में नुकसान हो रहा है या लगातार घाटे की वजह से आपकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है तो आपको पन्ना रत्न पहनना चाहिए। इससे व्यापार में लाभ के मार्ग प्रशस्त होते हैं।
पन्ना रत्न को आंखों के लिए उत्तम माना गया है और अगर आपकी आंखें कमजोर हैं तो आपको इस रत्न को धारण करने से अवश्य लाभ मिलेगा। इस रत्न के प्रभाव से आंखों की रोशनी तेज होती है।
अगर आपके बच्चे का मन पढाई में नहीं लगता है या उसमें एकाग्रता की कमी है तो उसे भी पन्ना रत्न पहनने से लाभ होगा।
परिवार का कोई सदस्य किसी पुराने रोग से ग्रस्त हो तो उसे पन्ना रत्न पहनाएं। ये रत्न पुराने से पुराने रोग से भी छुटकारा दिलाने में कारगर माना जाता है। उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए पन्ना रत्न पहनना चाहिए।
सुबह पांच मिनट इस रत्न को एक गिलास पानी में घुमाएं और फिर आंखों पर उस पानी को छिड़क लें। इससे आंखों को अत्यंत लाभ होगा।
अगर आपका जन्म 21 अगस्त से 20 सितंबर के मध्य हुआ है या आपका नाम टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो में से किसी एक अक्षर से शुरु होता है तो आप इस रत्न को धारण कर सकते हैं। कन्या राशि के जातकों के लिए ये रत्नअत्यंत शुभ फलदायी होता है।
इसके अलावा अगर बुध की महादशा या अंतरदशा चल रही है तो आपको पन्ना रत्न धारण करने से लाभ होगा। जन्मकुंली में बुध मंगल, शनि या राहू-केतु के साथ बैठा है तो भी पन्ना रत्न पहनना चाहिए।
बुध पर शत्रु ग्रह की दृष्टि हो तो आपको पन्ना रत्न पहनना चाहिए।
चूंकि पन्ना रत्न बुध ग्रह से संबंधित है इसलिए इस रत्न को बुधवार के दिन धारण किया जाता है। पन्ना रत्न सोने की धातु में धारण करने सबसे अधिक फलदायी रहता है लेकिन अगर आप सोने में इस रत्न को जड़वाकर नहीं पहन सकते हैं तो आप चांदी की धातु में भी इसे बनवा सकते हैं। पन्ना कम से कम तीन रत्ती का धारण करना चाहिए। इस रत्न को दाएं हाथ की छोटी अंगुली में पहना जाता है।
अगर आप पन्ना रत्न पहन रहे हैं तो इसके साथ कभी भी मोती या मूंगा रत्न धारण ना करें। ऐसा करने से आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
अन्य रत्नों की तरह पन्ना भी खदानों में पाया जाता है। खदान में ये कई अशुद्धियों से युक्त होता है इसलिए वहां से निकालकर सबसे पहले इसकी अशुद्धियां दूर की जाती हैं। इस रत्न को विभिनन आकार में तराश कर बाजार भेजा जाता है।
वर्तमान में कोलंबिया में सबसे उत्तम पन्ना रत्न मिलता है। इसके बाद रूस और ब्राजील के पन्ना रत्न की क्वालिटीअच्छी मानी जाती है। मिस्त्र, नॉर्वे, इटली, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रिया में भी पन्ना रत्न की खदाने हैं। भारत की बात करें तो यहां दक्षिण मीानदी, हिमालय, सोमनदी और गिरनार में यह रत्न पाया जाता है।
पन्ना अत्यंत कीमती रत्न और इसे खरीद पाना हर किसी की क्षमता में नहीं हो पाता है। अगर आप पन्ना रत्न धारण नहीं कर सकते हैं तो इसकी जगह एक्वामरीन, हरे रंग का जिरकॉन, फिरोजा या पेरीडॉट पहनें। पन्ने की जगह हरे रंग का अकीक पहन सकते हैं।