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वास्तु शास्त्र में ड्राइंग रूम (Drawing Room)

ड्राइंग रूम या लिविंग रूम एक ऐसा स्थान है जहाँ घर के लोग और मेहमान एक साथ समय बिताते हैं। यह स्थान घर की पहली छाप बनाता है और आपके सामाजिक जीवन का प्रतीक होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, ड्राइंग रूम का स्थान, सजावट और रंग-रूप का चयन आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए महत्वपूर्ण होता है।

ड्राइंग रूम के लिए वास्तु शास्त्र के अनुसार दिशा और स्थान

  1. सर्वश्रेष्ठ दिशा:

    • उत्तर, पूर्व और उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण):
      ड्राइंग रूम को उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना सबसे शुभ माना जाता है। ये दिशाएँ सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाती हैं और घर में शांति, सुख और समृद्धि का संचार करती हैं।
      • उत्तर दिशा का संबंध वायु तत्व से होता है, जो मानसिक स्पष्टता और शांति को बढ़ाता है।
      • पूर्व दिशा सूरज के प्रकाश से जुड़ी होती है, जो घर में ताजगी और सकारात्मकता लाता है।
  2. अशुभ दिशाएँ:

    • पश्चिम दिशा और दक्षिण दिशा में ड्राइंग रूम बनाने से बचें। इन दिशाओं में ज्यादा गर्मी और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सकता है, जो मानसिक अशांति का कारण बन सकता है।
      • दक्षिण दिशा का संबंध अग्नि तत्व से होता है, जो अत्यधिक उत्तेजना और तनाव पैदा कर सकता है।
      • पश्चिम दिशा के बारे में भी यह कहा जाता है कि यह ठंडे और अंधेरे वातावरण का निर्माण करती है, जो घर में नकारात्मकता ला सकता है।

ड्राइंग रूम के लिए अन्य महत्वपूर्ण वास्तु टिप्स

  1. सोफा और बैठने की व्यवस्था:

    • सोफा और अन्य बैठने के स्थानों को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखें। यह आपको आरामदायक महसूस कराता है और आपके मेहमानों के लिए भी आदर्श होता है।
    • सोफे का मुख्य दिशा उत्तर या पूर्व होनी चाहिए ताकि आप मेहमानों का स्वागत करते समय सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कर सकें।
    • बैठने का स्थान ऐसा हो कि सभी लोग एक दूसरे से संवाद करने के लिए आराम से बैठ सकें और सामने कोई दीवार या खराब दृश्य न हो।
  2. टीवी और इलेक्ट्रॉनिक सामान का स्थान:

    • टीवी और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना सबसे अच्छा होता है। यह दिशा अग्नि तत्व से जुड़ी होती है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए आदर्श है।
    • टीवी का स्क्रीन दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए, और बैठने की व्यवस्था उत्तर या पूर्व दिशा में होनी चाहिए।
  3. दीवारों के रंग:

    • ड्राइंग रूम में हल्के और सुखद रंग जैसे पीच, क्रीम, हल्का हरा, आसमानी नीला आदि का प्रयोग करें। ये रंग शांति, सौम्यता और संतुलन का प्रतीक होते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
    • गहरे रंग जैसे काले, लाल और गहरे हरे से बचें, क्योंकि ये ऊर्जा को अत्यधिक उत्तेजित कर सकते हैं और नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
  4. प्राकृतिक प्रकाश और वेंटिलेशन:

    • ड्राइंग रूम में प्राकृतिक प्रकाश का आना बहुत महत्वपूर्ण है। पूर्व दिशा से सूरज की पहली किरण आपके ड्राइंग रूम में ताजगी और ऊर्जा लाती है।
    • वेंटिलेशन का ध्यान रखें, ताकि ताजे हवा का प्रवाह आपके ड्राइंग रूम में बना रहे और यह सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कराए।
  5. सजावट और आर्टवर्क:

    • ड्राइंग रूम की सजावट में प्रेरणादायक और सुखद चित्रों का चयन करें, जैसे कि प्राकृतिक दृश्य, प्यारे फूल, और सकारात्मक उद्धरण
    • वृत्ताकार आकार के चित्रों का उपयोग करें, क्योंकि यह अधिक ऊर्जा और संतुलन को दर्शाता है।
    • फूलों के गुलदस्ते भी ड्राइंग रूम में रखने से सकारात्मकता और शांति का संचार होता है।
  6. फर्नीचर का चयन:

    • ड्राइंग रूम का फर्नीचर हल्का और आरामदायक होना चाहिए। भारी और बड़े फर्नीचर से बचें क्योंकि यह स्थान को अव्यवस्थित और अवरुद्ध कर सकते हैं।
    • कांच के फर्नीचर से बचें क्योंकि यह स्थिरता में कमी और ऊर्जा के प्रवाह में रुकावट पैदा कर सकते हैं। लकड़ी के फर्नीचर का उपयोग करना अधिक शुभ माना जाता है।
  7. आईने (Mirror) का स्थान:

    • आईने का उपयोग ध्यान से करें। इसे दक्षिण या पश्चिम दीवारों पर रखें, क्योंकि यह दिशा सेहत और समृद्धि के लिए शुभ मानी जाती है।
    • आईने को ड्राइंग रूम की मुख्य दीवार पर न रखें, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है और आपके घर के वातावरण को गड़बड़ कर सकता है।

ड्राइंग रूम में न करें ये गलतियाँ

  1. अव्यवस्थित स्थान:
    ड्राइंग रूम में किसी भी प्रकार का अव्यवस्थित सामान नहीं रखना चाहिए। यह नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करता है और घर में तनाव पैदा कर सकता है। हमेशा इसे साफ और व्यवस्थित रखें।

  2. सूरज की किरण से बचें:
    अगर ड्राइंग रूम में सूरज की सीधी किरण आती है, तो पर्दे का इस्तेमाल करें ताकि यह नकारात्मक प्रभाव न डाले।

  3. पानी के तत्व का अभाव:
    ड्राइंग रूम में पानी से संबंधित सजावट का ध्यान रखें, जैसे कि मछली का टैंक या फाउंटेन। यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि को आकर्षित करता है।

निष्कर्ष:

वास्तु शास्त्र के अनुसार, ड्राइंग रूम का सही स्थान, सजावट और अन्य विवरण घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाते हैं। उत्तर और पूर्व दिशा में ड्राइंग रूम का निर्माण करने से घर में शांति, सौहार्द और सुख बना रहता है। सही दिशा में सही फर्नीचर, रंग और सजावट के साथ अपने ड्राइंग रूम को वास्तु के अनुसार तैयार करना आपके जीवन में समृद्धि और खुशी ला सकता है।

 
 
 
 
 
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